Wednesday, January 19, 2022

Poddar Ji ki char lines

 नज़रें झुका लेने से भला सादगी का क्या ताल्लुक़..

शराफ़त तब झलकती है जब नीयत में पर्दा हो..

तुम बिलकुल चाँद की तरह हो..
नूर भी उतना..
गुरुर भी उतना..
और.. दूर भी उतना..
उजालों में मिल ही जायेगा कोई ना कोई..
तलाश उसकी रखो जो अन्धेरों में भी साथ दे..
खड़े-खड़े साहिल पर हमने शाम कर दी..
अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी..
ये भी न सोचा कैसे गुज़रेगी ज़िंदगी..
बिना सोचे-समझे हर ख़ुशी तमाम कर दी..
इतनी बड़ी दुनिया में,अगर सिर्फ एक कंधा भी आपने ऐसा पा लिया..
जिस पर आप सर रखकर अपना हर दुख -सुख सांझा कर सको तो समझो रब मिल गया..
🙏🙏🙏
खुशियों के लिए क्यो किसी का इंतजार..
आप ही तो हो अपने जीवन के शिल्पकार..
चलो आज मुश्किलों को हराते हैं..
और दिन भर मुस्कुराते हैं..

🙏🙏🙏

कभी चुपके से मुस्कुरा कर देखना..
दिल पर लगे पहरे हटा कर देखना..
ये जिन्दगी तेरी खिलखिला उठेगी..
खुद पर कुछ लम्हें लुटा कर देखना..





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